----------: गम :------------

on Saturday, January 23, 2010

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मुझे ना रोको तूफां हूँ मैं,

कुछ ना पूछो कहाँ हूँ मैं,

जहां बेबसी में कोई रोता मिले;

समझ ले नादाँ वहां हूँ मैं,

मिटता नहीं वो निशाँ हूँ मैं,

गमेदिलों का आशियाँ हूँ मैं,

अरे "गमेदिल" मुझे गम कहते हैं;

दिल की जमीं का आसमां हूँ मैं.................

Manish "गमेदिल"

2 comments:

Manish Kumar said...

दिल की जमीं का आसमां हूँ मैं.................

khyal achcha hai

Manish Singh "गमेदिल" said...

thanks Manish Ji.....

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