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मुझे ना रोको तूफां हूँ मैं,
कुछ ना पूछो कहाँ हूँ मैं,
जहां बेबसी में कोई रोता मिले;
समझ ले नादाँ वहां हूँ मैं,
मिटता नहीं वो निशाँ हूँ मैं,
गमेदिलों का आशियाँ हूँ मैं,
अरे "गमेदिल" मुझे गम कहते हैं;
दिल की जमीं का आसमां हूँ मैं.................
Manish "गमेदिल"
2 comments:
दिल की जमीं का आसमां हूँ मैं.................
khyal achcha hai
thanks Manish Ji.....
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